अनुसूचित जाति (SC) से मंत्रिपरिषद में 12 मंत्री होंगे, जिसमें से 2 कैबिनेट मंत्री होंगे. वहीं, अनसूचित जनजाति से 8 मंत्री होंगे, जिसमें से तीन को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी. इसी तरह मंत्रिपरिषद में ओबीसी से 27 मंत्री होंगे, जिसमें पांच कैबिनेट में शामिल होंगे. अल्पसंख्यक वर्ग से 5 मंत्री, जिसमें से तीन कैबिनेट में सम्मिलित होंगे.
मंत्रिपरिषद में महिला सदस्यों की संख्या 11 होगी, जिसमें से दो महिलाएं कैबिनेट मंत्री के पद पर होंगी. जानकारी के मुताबिक, फेरबदल के बाद तैयार होने वाले मंत्रिपरिषद में 14 मंत्रियों की आयु 50 साल से कम है. मंत्रिपरिषद की औसत आयु 58 साल है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नई मंत्रिपरिषद में चार पूर्व मुख्यमंत्री, राज्य सरकारों के 18 पूर्व मंत्री, 39 पूर्व विधायक शामिल होंगे. पेशे के आधार पर मंत्रिपरिषद में 13 वकील, 6 डॉक्टर, 5 इंजीनियर, 7 नौकरशाह होंगे. शिक्षा की बात करें तो सात मंत्री पीएचडी धारक, 3 एमबीए डिग्री धारक और 68 मंत्री गेजुएट हैं.
Source:-ndtv
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